Tech Home
a new thing to know , a new thing to learn. here all technology updates, your computer related updates, your phone related tips and trickes .......are ready for you.
Thursday, 2 March 2017
Thursday, 22 January 2015
एयरफोर्स वन: अमेरिकी राष्ट्रपति का प्रतीक, पैदा करता है विस्मय
कहीं भी पहुंचने पर अपने बेजोड़ तेज से विस्मित कर
देने वाला अमेरिकी राष्ट्रपति का आंशिक रूप से नीला ‘एयरफोर्स
वन’ विमान अपने आप में एक स्टार है। विशिष्ट रूप से निर्मित
सत्तर मीटर लंबा यह चमचमाता विमान लंबे समय से
अमेरिकी राष्ट्रपति की शानोशौकत का प्रतीक रहा है। उसे
‘फ्लाइंग (उड़ता हुआ) व्हाइट हाउस’ भी कहा जाता है। उसे
जो हैसियत प्राप्त है, उससे, जब राष्ट्रपति उस पर सवार
नहीं होते हैं तो भी दुनिया भर में वह मीडिया का ध्यान
अपनी ओर खींचता है।
तकनीकी रूप से ‘एयरफोर्स वन’ अमेरिकी वायुसेना के विमान में
राष्ट्रपति के सवार रहने के दौरान इस्तेमाल में आने
वाला सरकारी रेडियो कॉल साइन है। यह कॉल साईन 1953
की उस घटना के बाद सृजित किया गया जब तत्कालीन
राष्ट्रपति डी डी आइजनहावर का विमान समान कॉलसाइन
का इस्तेमाल करता हुआ वाणिज्यिक विमान उड़ान के वायुमार्ग
में चला गया था। यह विमान ‘एयरफोर्स वन’ उसमें प्रयुक्त
की गयी प्रौद्योगिकी के लिहाज से काफी सुरक्षित है। यह
प्रौद्योगिकी यहां तक कि उसे संभवत: परमाणु विस्फोट से
पैदा होने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक के हस्तक्षेप से भी बचाती है।
अंतर्निहित डायरेक्शनल इंफ्रारेड काउंटरमेजर (डीआईआरसीएम)
प्रणाली ‘एयफोर्स वन’ पर मिसाइल हमले को भी बेसर कर
देती है। दरअसल यह प्रणाली मिसाइल के मार्ग को बाधित कर
देती है। वाकई में 11 सितंबर, 2001 के हमले के दौरान, इस
विमान के अति उन्नत सुरक्षा उपाय से उत्साहित होकर एक
सुरक्षा अधिकारी पॉल जरमैन ने कहा कि सबसे अच्छी बात है
कि विमान में ही सवार हो जाया जाए। इस विस्मयकारी विमान ने
तत्कालीन राष्ट्रपति जार्ज डब्ल्यू बुश के लिये फ्लोरिडा के
सारासोटा से एंड्रूयूज वायुसेना अड्डे तक की उड़ान के दौरान
बंकर का काम किया था। उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन पूरे
उत्तरी अमेरिका में उड़ान भर रहा यह एकमात्र विमान था। इस
विमान से इतना रहस्य जुड़ा है कि हॉलीवुड ने उस पर फिल्म
बनायी। वर्ष 1997 में आई ‘एयरफोर्स वन’ नामक फिल्म में
लोगों के जेहन में यह विमान कल्पना की उड़ान के रूप में आया।
नि:संदेह यह विमान उन्नत है लेकिन उसके प्रति जिज्ञासा उसके
बारे में गोपनीयता की वजह से भी है । विमान में अधिकतर
स्थानों पर पहुंच बिल्कुल सीमित है। बस वह हिस्सा अपवाद है
जहां पत्रकारों को इजाजत दी जाती है। ‘एयरफोर्स वन’ से जुड़े
कुछ चिरस्मरणीय यादे हैं जिनमें एक है कि तत्कालीन
राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या के कुछ घंटे बाद इसी विमान
में लिंडन जॉनसन को शपथ दिलाई गई थी। वैसे इसके
दोनों विमान करीब 30 साल पुराने हो गए हैं और उनके स्थान पर
उपयुक्त विमान लाने में अमेरिकी अधिकारी जुटे हैं।